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Monday 26 March 2012

आगम सेवक पत्रिका का भव्य विमोचन

विश्व विख्यात सेठ साहब की स्वर्णिम नसियाँ जी स्थित विशाल मानस-स्तम्भ  (84 फुट ऊंचे) के नीचे श्री दिगम्बर जैन आगम सेवक मंडल अजमेर के स्वर्ण जयंति वर्ष चैत्र शुक्ल एकम् (1962-2012) पर आगम सेवक पत्रिका का विमोचन किया गया। जैन समाज को समर्पित पत्रिका का विमोचन सेठानी सुनयना जी सोनी, पूर्व विधायक श्रीगोपाल बाहेती के सानिध्य में किया गया। समारोह में डॉ. बाहेती ने कहा कि राजस्थान की हृदय स्थली माने जाने वाले अजमेर के स्थापना दिवस पर आगम सेवक पत्रिका का विमोचन किया जाना अपने आप में विशेष संयोग है। यह भी संयोग है कि अजमेर का स्थापना दिवस और श्री दिगम्बर जैन आगम सेवक मंडल का स्वर्ण जयंति एक ही दिन है। पत्रिका का सम्पादन अनुपम जैन ने किया। आगम सेवक पत्रिका हर माह प्रकाशित की जायेगी।
इसके पश्चात उपस्थित धर्मसभा में परम पूज्य 108 श्री योगेन्द्र सागर जी महाराज की दि. 18 मार्च, 2012 को समादि सम्पन्न होने पर श्रृद्धांजलि अर्पित की गई। कार्यक्रम का मंच संचालन कमल गंगवाल ने किया।
इस मौके पर सेठानी जी सुनयना सोनी, डॉ. श्री गोपाल बाहेती, शान्तिलाल बडज़ात्या,  कडैल सरपंच घनश्यामजी, प्रतिभा सोनी, टीकमचन्द पाटनी, कमल गंगवाल, विनयकुमार सोगानी, विजयकुमार पाटनी, स्नेहलता पाटनी, प्रेमचन्द पाटनी. विकास बडज़ात्या, रिपेन्द्र कासलीवाल, पंकज गंगवाल, पदमचन्द गंगवाल, अभय पाटनी, इन्दरचन्द पाटनी, अरिजंय जैन आदि प्रमुख लोग उपस्थित थे।

Sunday 25 March 2012

शहर सिंधियत के रंग में रंगा रहा अजमेर

चेटीचंड पर शनिवार को शहर सिंधियत के रंग में रंगा रहा। बाजारों को दुल्हन की तरह सजाया गया। ढोल-ढमाकों के साथ निकाले गए जुलूस को देखने शहर उमड़ पड़़ा। जहां देखो वहीं 'वाह रे सिंधी वाह' का नारा गूंज रहा था। कहीं डीजे पर संगीत की तेज धुनों पर मस्ती में थिरकते युवा तो कहीं ढोल की थाप पर नाचते लोग। दोपहर से शाम तक जुलूस की धूम मची रही।

देहली गेट स्थित पूज्य लाल साहिब मंदिर पर सुबह दीप प्रज्ज्वलन के बाद बहिराणा साहिब का पूजन किया गया। इसके बाद भगवान झूलेलाल की मुख्य प्रतिमा को बग्गी में विराजित किया गया। सिंध से लाई गई ज्योत को भी बहिराणे साहब के साथ रखा गया। ईश्वर मनोहर उदासीन आश्रम के महंत स्वरूपदास, निर्मलधाम आश्रम के स्वामी आत्मदास, महंत स्वामी ईसरदास, जतोई दरबार के फतनदास, पूज्य लाल साहिब के मुख्य ट्रस्टी प्रभुदास लौंगानी, हेमंत दास छबलानी, दौलतराम पवनानी, जयकिशन पारवानी, संतोष भावनानी दौलत लौंगानी सहित समाज के लोगों की उपस्थिति के बीच शोभायात्रा का फीता काटकर शुभारंभ किया गया। सिर पर लाल पगडिय़ां बांधकर डांडिया खेलते सिंधी समाज के लोग यहां से सामूहिक रूप में जुलूस के रूप में रवाना हुए। देहली गेट के बाहर से एक के पीछे एक क्रमवार झांकियों का काफिला और डांडिया करने वाली टोलियां जुलूस में शामिल होती गई। इस अवसर पर विधायक वासुदेव देवनानी, अनिता भदेल, नगर निगम मेयर कमल बाकोलिया, नगर सुधार न्यास अध्यक्ष नरेन शाहनी, पूर्व विधायक डॉ. श्रीगोपाल बाहेती, भाजपा शहर अध्यक्ष रासासिंह रावत, पूर्व महापौर धर्मेंद्र गहलोत सहित कई राजनेता जुलूस मौजूद थे।



झूलेलाल साहिब का शृंगार कर सिंधियत तथा भारतीय संस्कृति को दर्शाती हुई अनेक धार्मिक, सांस्कृतिक व भगवान झूलेलाल की झांकियों की विशाल शोभायात्रा देहली गेट से गंज चौराहा, आगरा गेट, नयाबाजार, चूडीबाजार, स्टेशन रोड, पड़ाव, गोलचक्कर, रावण की बगीची, आशागंज, गुरुनानक कॉलोनी, डिग्गी चौक, प्लाजा सिनेमा, कवंडपुरा, मदारगेट, नला बाजार, दरगाह बाजार, धानमंडी, देहलीगेट होते हुए गंज गुरुद्वारे पर समाप्त हुआ। मुख्य बाजारों में जगह जगह स्वागत द्वार बनाए गए। जुलूस जिन-जिन मार्गों से होकर गुजरा वहां-वहां लोगों ने पुष्प वर्षा कर स्वागत किया। स्वागत करने वालों की होड़ सी लगी रही। सभी आयु वर्ग के लोग इसमें शामिल थे।



शहर के प्रमुख चौराहों पर समाज के लोग परिवार सहित झांकियां देखने पहुंचे। प्रमुख रूप से देहली गेट, आगरागेट, मदार गेट, आशागंज, नयाबाजार, पुरानी मंडी पर लोगों की भीड़ रही। झांकियों को देखने के लिए बच्चे खासे उत्साहित नजर आए। आशागंज, पुरानी मंडी, नया बाजार में लोग घरों की छतों पर लोगों की भीड़ जमा रही। परंपरागत सिंधी परिधान में समाज के युवा व बुजुर्ग नजर आए। अधिकांश लोग लाल पगड़ी व लाल जैकेट पहने नजर आए। समाज के लोगों ने बताया कि सिंध में यही पहनावा हुआ करता था। समय बदलने के साथ ही पहनावा बदलता गया, लेकिन धार्मिक आयोजनों में लोग अब लाल पगड़ी व लाल जैकेट पहनने लगे हैं।
इस बार झांकियों में आधुनिकता लाने का प्रयास किया गया। समाज के विभिन्न क्लबों ने उच्च तकनीक का प्रयोग करते हुए नया करने का प्रयास किया गया। भारतीय रेल की झांकी लोगों के आकर्षण का केंद्र बनी रही। रेल भाप इंजन में भगवान झूलेलाल को बैठाया गया। उक्त झांकी बनाने वाले वाले युवाओं ने बताया कि आजादी से पहले ट्रेन में सवार होकर सिंधी भारत आए थे। इसी तरह भगवान शिव की जटाओं से गंगा को बहते दिखाया गया। जुलूस में देखने आए लोगों ने शिव बने युवक से आशीर्वाद भी लिया।

लोकपाल बिल पर बनाई गई झांकी

चेटीचंड के इस जुलूस में जन लोकपाल बिल के पर बनाई गई झांकी को लोगों ने खूब सराहा। उक्त झांकी में अन्ना हजारे को किरण बेदी मोटर साईकिल पर बिठाये हुए थी व आगे एक बैनर लगा हुआ था जिस पर लोकपाल बिल पास करो लिखा हुआ था। किरण बेदी व अन्ना हजारे बने कलाकारों ने पूरे अजमेर में हर जगह लोगों का खूब मनोरंजन किया।

Tuesday 20 March 2012

53 जोड़ों का विवाह कराया

पहला कदम संस्थान की ओर से आयोजित द्वितीय सर्व-धर्म सामूहिक विवाह समारोह में मात्र एक रूपए में 53 जोड़ों का विवाह कराया गया। पुष्कर रोड स्थित विश्राम स्थली में रविवार को आयोजित सम्मेलन ने साम्प्रदायिकता की मिसाल पेश की। एक ओर पंडितों के मंत्रोच्चार की गंूज रही तो दूसरी ओर काजी ने निकाहनामा पढ़ा। एक ही छत के नीचे हिन्दू, मुस्लिम व सिख समाज के जोड़ों ने एक-दूसरे का हाथ थामकर साथ जीने मरने की कसम खाई। समारोह में जिले तथा अन्य राज्यों से आए लोग विवाह के साक्षी बने ओर सभी ने विवाहित जोड़ों को आशीर्वाद दिया।

सुबह 8 बजे दूल्हों की निकासी दरगाह शरीफ के निजाम गेट से प्रारम्भ हुई। यह गंज गुरूद्वारा, सोनीजी की नसियां, आगरा गेट गणेश मंदिर होते हुए, नया बाजार, चूड़ी बाजार से नगर-निगम, आगरा गेट चर्च से सुभाष उद्यान जाकर सम्पन्न हुई। इस दौरान मोती कटला गेट पर दिगम्बर जैन महिला मण्डल सदस्यों ने सभी दूल्हों को तिलक लगाकर नेग के रूपए दिए व पान खिलाया। रास्ते में शहीद भगत सिंह मित्र मण्डल की ओर से मिल्क रोज पिलाकर बारातियों पर पुष्प वर्षा की। इसके बाद बारात बस से विश्राम स्थली पहंुची। सभी दूल्हों ने तोरण की रस्म के बाद पाणिग्रहण संस्कार में भाग लिया। इसमें हिन्दू समाज के 47 जोड़ों ने फेरे लिए।


पांच जोड़ों का मुस्लिम धर्मानुसार निकाह हुआ। इनके अलावा एक सिख जोड़ा हमसफर बना। शाम को दुल्हनों की विदाई की रस्म हुई। समारोह में विधायक अनिता भदेल, पुष्कर के पूर्व विधायक श्रीगोपाल बाहेती, महापौर कमल बाकोलिया एवं विभिन्न धर्मोü के धर्म गुरू, महंत श्यामसुंदर, शरण देवाचार्य, वाहिद अंगारा, सुखविंदर सिंह, फादर कॉसमॉस शेखावत, फादर जॉर्ज एफ. चाल्र्स, स्वामी ब्रह्मानन्द शास्त्री, राहुल सुमन छाबड़ा आदि ने सभी जोड़ों को आशीर्वाद दिया।

Monday 19 March 2012

भारत के फाइनल की राह, श्रीलंका के प्रदर्षन पर निर्भर

भारत के करोड़ों क्रिकेट प्रेमी कल श्रीलंका और बांग्लादेश के बीच होने वाले अंतिम लीग मैच में मेहमान टीम की जीत की दुआ करेंगे क्योंकि इस मैच से ही एशिय्ाा कप में भारत का भाग्य्ा तय्ा होगा। भारत ने कल विराट कोहली की 148 गेंद में 183 रन की पारी की मदद से पाकिस्तान पर रोमांचक जीत दर्ज करके खुद को फाइनल की दौड़ में शामिल रखा है।

गुरुवार को होने वाले फाइनल में जगह बनाने के लिए हालांकि कल की जीत ही काफी नहीं होगी क्योंकि भारत का भाग्य्ा पूरी तरह से इस पर निर्भर है कि श्रीलंका कैसा प्रदर्शन करता है। बांग्लादेश की कमजोर मानी जाने वाली टीम के हाथों पांच विकेट की शिकस्त झेलने वाले भारत को अब कल श्रीलंका और बांग्लादेश के बीच होने वाले मैच के नतीजे का इंतजार करना होगा।

अगर श्रीलंका कल जीत दर्ज करता है तो भारत फाइनल में पहुंच जाएगा जबकि उसकी हार का मतलब होगा कि गुरुवार को खिताबी भिड़ंत पाकिस्तान और बांग्लोदश के बीच होगी। टूर्नामेंट के निय्ामों के मुताबिक अगर दो टीमों के अंक बराबर रहते हैं तो उनके बीच हुए मुकाबले के नतीजे पर गौर किय्ाा जाएगा और ऐसे में बांग्लादेश की टीम फाइनल में पहुंच जाएगी क्योंकि उसने लीग मैच में भारत को हराय्ाा है। दोनों टीमों की मौजूदा फार्म को देखा जाए तो बांग्लादेश कल एक और उलटफेर भरी जीत की उम्मीद कर सकता है। टूर्नामेंट के शुरूआती मैच में पाकिस्तान को कड़ी चुनौती देने के बाद बांग्लादेश ने भारत के 289 रन के लक्ष्य्ा को पांच विकेट और चार गेंद शेष रहते हासिल कर लिय्ाा था।

भारत के खिलाफ तमीम इकबाल, जहूरुल इस्लाम, नासिर हुसैन, साकिब अल हसन और कप्तान मुशफिकुर रहीम सभी ने अच्छी बल्लेबाजी करते हुए टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई। तमीम ने शीर्ष क्रम में टीम को ठोस शुरूआत दिलाई जबकि साकिब और मुशफिकुर ने अंत में ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हुए टीम की जीत सुनिश्चित की।

बल्लेबाजी जहां बांग्लादेश का मजबूत पक्ष रही है वहीं टीम के गेंदबाजों ने निराश किय्ाा है। टीम की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं क्योंकि भारत के खिलाफ कंधे में चोट के बाद शफीउल इस्लाम का कल के मैच में खेलना संदिग्ध है और ऐसे में अनुभवी मशरेफ मुर्तजा पर दबाव और बढ़ जाएगा। साकिब, अब्दुर रहमान, महमूदुल्लाह और नासिर हुसैन की स्पिन चौकड़ी के लचर प्रदर्शन से भी टीम की मुश्किलें बढ़ी हैं।

बांग्लादेश की राह हालांकि आसान नहीं होगी क्योंकि उसे कल श्रीलंका के रूप में ऐसी टीम से भिड़ना है जो भारत और पाकिस्तान के हाथों शिकस्त के साथ पहले ही टूर्नामेंट से बाहर हो चुकी है और अब सम्मान के लिए खेलेगी तथा स्वदेश रवाना होने से पहले जीत के लक्ष्य्ा के साथ उतरेगी। आस्ट्रेलिय्ाा में त्रिकोणीय्ा श्रृंखला में अच्छा प्रदर्शन करने वाली श्रीलंका की टीम एशिय्ाा कप में उम्मीदों पर खरी नहीं उतरी। टीम को चोटिल आलराउंडरों एंजेलो मैथ्य्ाूज और तिसारा परेरा की कमी खल रही है। टीम को साथ ही बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों विभागों में कुछ चुनौतिय्ाों से उबरना होगा। कप्तान महेला जय्ावर्धने और कुमार संगकारा जहां अच्छी फार्म में हैं वहीं आक्रामक सलामी बल्लेबाज तिलकरत्ने दिलशान की खराब फार्म टीम की परेशानी का सबब बन रही है।

केन्द्र की मार,राज्य से राहत की दरकार

उद्योग और व्यापार जगत ने आम बजट पर मिली-जुली प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उद्यमियों ने बजट को कमरतोड़ महंगाई बढ़ाने वाला बजट करार दिया है। इस बजट ने व्यापारियों, आमजन,औद्योगिक क्षेत्रों से जुड़े उद्यमियों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है। इससे न तो व्यापारी वर्ग को कोई खास लाभ मिलेगा और बजट न ही में उद्योगों के विकास के लिए कोई विशेष पेकेज देने की घोषणा की गई है। सर्विस टैक्स एवं एक्साइज बढ़ाने से आम उपभोक्ता पर भार पड़ेगा आयकर सीमा नाममात्र बढऩे से मामूली राहत मिलेगी। राजस्थान ऑटो मोबाइल डीलर्स एसोसिएशन के सचिव सचिव नरेश सिंघल ने कहा कि बजट से आम आदमी और व्यापारियों को जो आशाएं थी वो पूरी नहीं हो सकीं। बजट में इनकम टैक्स में कोई छूट न देते हुए सर्विस टैक्स का दायरा बढ़ा दिया है इससे हर चीज महंगी होगी। आम उपभोक्ता को कोई खास लाभ नहीं होगा। बजट में बुनियादी ढाचा मजबूत करने और गुड्स एण्ड सर्विस की घोषणा अगस्त माह में लागू करने की योजना स्वागत योग्य है। जेकेजे एण्ड संस के निदेशक कैलाश मौसूण ने बताया कि सोने पर आयात कर 2 फीसदी से बढ़ाकर 4 फीसदी कर दिया है इससे सोना और महंगा हो गया है। बजट से पूर्व लोगों को सोने के दाम स्थित रहने की आशाएं थी। आयात कर बढऩे के कारण खरीददारी पर विपरीत प्रभाव होगा। जवाहरात उद्यमियों को इस बजट से निराशा ही हाथ लगी है। ऑल राजस्थान एग्रीकल्चर ट्रेड एण्ड इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष दिनेश भाटिया और प्रवक्ता बनेचन्द जैन ने बजट को आशा के अनुरूप नहीं माना है। बजट में उत्पाद शुल्क दस से बढ़ाकर 12 फीसदी कर दिया है। इससे किसानो को वाटर पम्प एक हजार से पांच हजार रुपए तक महंगे मिलेगे। इसी तरह वॉटर पम्प के साथ लगने वाले पैनल भी महंगे मिलेंगे। एबीसी एकाउंटेंसी के निदेशक संदीप गुप्ता ने बजट पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि बजट बहुत ही निराशाजनक है। आयकर दरों में बढ़ोत्तरी ऊंट के मुंह में जीरे के समान है तथा सर्विस टैक्स में 2 फीसदी बढ़ोत्तरी कोढ़ में खाज वाली कहावत को चरितार्थ कर रही है। जिस सोच के साथ नेता लोग अपना वेतन तथा भत्ते में बढ़ोत्तरी करते हैं उसी सोच के साथ आम जनता के बारे में सोचा जाता तो और भी बेहतर होता । बजट आम जनता पर महंगाई लादने वाला है। यूनाइटेड काउंसिल ऑफ राजस्थान इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष ताराचन्द चौधरी और महासचिव अनिल उपाध्याय एवं विश्वकर्मा इंडस्ट्रीयल एसोसिएशन के महासचिव जगदीश सोमानी ने बताया कि दो प्रतिशत कर बढ़ाने से महंगाई बढ़ेगी। साबुन एक रुपए तक महंगा हो सकता है। ब्याज दरें कम होने के बजाय बढऩे के संकेत मिले हैं। इंडस्ट्रीज को कोई विशेष पैकेज नहीं दिया गया है। उद्यमियों की उम्मीदों पर पानी फिर गया है। भाजपा भारी उद्योग प्रकोष्ठ के अध्यक्ष प्रेम पोद्दार ने कहा कि बजट में छोटे और मंझोले उद्योगों को राहत दी है लेकिन औद्योगिक विकास और नई इंडस्ट्रीज लगाने के लिए बजट में कोई प्रावधान नहीं किया है। बजट से आमजन की उम्मीदें जुड़ी हुई थी लेकिन कोई राहत नहीं मिली इस बजट से सिर्फ महंगाई को ही बढ़ावा मिलेगा। कन्फैडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स के महामंत्री रवि जिंदल ने बताया कि आम आदमी की कमर तोडऩे वाला बजट है। इनकम टैक्स में 20 हजार रुपए की छूट ज्यादा उपयोगिता नहीं रखती। न्यू आतिश मार्केट एसोसिएशन के अध्यक्ष विष्णु कूलवाल ने बताया कि केन्द्र सरकार ने बजट में गरीबों के हितों की अनदेखी करते हुए बजट पेश किया है। सर्विस टैक्स से महंगाई और भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिलेगा। राजस्थान कपड़ा व्यापार महासंघ के महासचिव मुकेश पारीक ने बताया कि बजट महंगाई बढ़ाने वाला बजट है आम आदमी परेशान होगा। आयकर सीमा सिर्र्फ20 हजार बढ़ाई है जबकि आम आदमी जेब से सर्विस टैक्स एक्साइज ड्यूटी बढ़ाकर आम आदमी की जेब पर डाका डाला है। इस बजट से महंगाई बढ़ेगी। होटल एसोसिएशन ऑफ जयपुर के अध्यक्ष दिलीप तिवारी ने बताया कि सर्विस टैक्स बढ़ाने के कारण पर्यटकों को अतिरिक्त चार्ज देना पड़ेगा। इसके चलते विदेशी और घरेलू पर्यटकों की संख्या में गिरावट आएंगी। केरल में ट्यूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए वहां विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। लेकिन राजस्थान हमेशा से ही पर्यटकों के आकर्षण का केन्द्र रहा है। इसके बावजूद भी पर्यटकों को बढ़ावा दिए जाने के कोई खास प्रयास नहीं किए गए हैं। इंडस्ट्रीयल एरिया मैन्यूफैक्चरिंग एसोसिएशन के अध्यक्ष जयभगवान अग्रवाल, वरिष्ठï उपाध्यक्ष आलोक गुप्ता और महासचिव आनंद गुप्ता ने बताया कि उद्योग जगत में सर्विस टैक्स का अतिरिक्त भार पड़ेगा। बजट में आम जन के अलावा औद्योगिक क्षेत्र में महंगाई को बढ़ावा मिलेगा। हालांकि 5 हजार करोड़ का इंडिया इक्विटी फण्ड छोटे और मझोले उद्योगों को दिया है इससे उद्योगों को कुछ हद तक मदद मिलेगी। साथ ही एक करोड़ तक के लेनदेन वाले उद्योगों को ऑडिट में छूट दी गई है इसका उद्योगों को लाभ मिलेगा। राजस्थान खाद्य पदार्थ व्यापार संघ के अध्यक्ष बाबूलाल गुप्ता ने बजट पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए महंगाई बढ़ाने वाले बजट की संज्ञा दी है। वार्षिक ऑडिट की सीमा 60 लाख के टर्नऑवर को बढ़ाकर एक करोड़ कर देने से कुछ हद तक छोटे व्यापारियों को जरूर राहत मिलेगी। गुप्ता ने बजट को उद्योग जगत के लिए बड़ा झटका बताया है। इस बजट को व्यापारियों की आशा के अनुकूल नहीं माना जा सकता। राजस्थान ट्रक ट्रांसपोर्ट के अध्यक्ष वेद भूषण सेठी ने बताया कि बड़े वाहनों पर उत्पाद कर लगाने से वाहन महंगे होंगे सरचार्ज 10 प्रतिशत से 12 प्रतिशत होने से सरकार महंगाई बढ़ा रही है। राजस्थान ट्रक ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन बजट की भत्र्सना करती है। बगरू इंडस्ट्रीयल एसोसिएशन के अध्यक्ष विश्वनाथ पोद्दार ने बताया कि सरकार को बजट में पेट्रोल और डीजल को रोजमर्रा की वस्तुओं में शामिल करना चाहिए था। इस पर कोई ध्यान नहीं दिया है। अगर केन्द्र सरकार बजट में इस तरफ ध्यान देती तो देश की तकदीर और तस्वीर दोनों बदल सकती हैं। बजट पूर्ण रूप से बेबुनियाद और आम जन को कतई राहत देने वाला नहीं है। एमआई रोड व्यापार मंडल के अध्यक्ष सुरेश सैनी ने बताया कि जिस तरह से केन्द्र सरकार से लोगों को उम्मीद थीं वो बजट के बाद आशा के विपरीत दिखने लगी हैं। इनकम टैक्स 3 लाख रुपए होना चाहिए था जिसे 2 लाख तक के ही दायरे में रखा गया है। बजट में सिर्फ खानापूर्ति की गई है। रोजमर्रा की वस्तुएं महंगी हो गई है। अब केन्द्र सरकार के बजट के बाद अब व्यापार उद्योग जगत की उम्मीदें राज्य बजट पर टिकी हुई है। राजस्थान आयरन एंड स्टील रि रोलर्स एसोसिएशन के महासचिव लखन गोयल ने बताया कि लोहे पर उत्पाद कर बढऩे से लोहा महंगा हुआ है। लेकिन लिमिट पूर्व की डेढ़ करोड़ ही है। जैतपुरा इंडस्ट्रीयल एरिया एसोसिएशन के अध्यक्ष बी.बी. मलिक ने बताया कि उत्पाद कर बढऩे से कच्चे माल की कीमतें बढ़ेंगी। श्रमिक समस्याओं का कोई समाधान बजट में नहीं निकाला। मालवीयनगर इंडस्ट्रीयल एसोसिएशन के अध्यक्ष महावीर प्रसाद अग्रवाल ने बताया कि इंडस्ट्रीज के लिए कुछ भी नहीं किया गया है। उत्पाद शुल्क एवं सर्विस टेक्स बढऩे से महंगाई बढ़ेगी। बजट में लगता है कि सरकार उद्योगों के लिए सोचना ही भूल गई है। पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष सुनित बगई ने बताया कि सर्विस टैक्स बढ़ाना अनुचित कदम है। मध्यमवर्ग को राहत देने वाला बजट नहीं है। पेट्रोल डीजल के लिए भी कोई योजना तैयार नहीं की गई है। हीरावाला इंडस्ट्रीयल एरिया एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय जैन ने बताया कि 2 प्रतिशत सर्विस टैक्स बढ़ाने से महंगाई बढ़ेंगी। खाद्य तेल पर आयात कर कम नहीं किया गया है। इससे खाद्य तेल पर असर पड़ेगा। सरना डूंगर इंडस्ट्रीयल एसोसिएशन के अध्यक्ष कल्याण सहाय सैनी ने बताया कि उत्पाद कर बढ़ाने से उत्पाद महंगे होंगे। इलेक्ट्रोनिक उत्पादों को महंगा करने से चाइना ब्रांड का चलन इलेक्ट्रोनिक मार्केट में बढ़ जाएगा। बस्सी इंडस्ट्रीयल एरिया एसोसिएशन के महासचिव राजकुमार धामाणी ने बताया कि इस बजट से उद्यमियों को कोई फायदा नहीं हुआ है। लागत बढऩे से उत्पाद महंगे होंगे। आम आदमी पर दो प्रतिशत का अतिरिक्त भार बढ़ेगा। जयपुर व्यापार महासंघ के अध्यक्ष त्रिलोक चंद अग्रवाल ने बताया कि बजट में आम आदमी को राहत नहीं मिली है। बजट में गरीब का कोई स्थान नहीं है। जौहरी बाजार व्यापार मंडल के पूर्व महामंत्री कैलाश मितल ने बताया कि सोने की कीमतें बढऩे से बाजार में गिरावटें आएंगी व सट्टेबाजी बढ़ेगी। संजय बाजार व्यापार मंडल समिति के महासचिव अजय कुमार गुप्ता ने बताया कि वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी ने बजट में एफडीआई मामले को तो रोका है लेकिन दूसरी और आधारभूत सुविधाओं में विदेशी निवेश को खुला आमंत्रण दिया है। साथ ही शेयर मार्केट में भी विदेशी निवेश को बढ़ावा दिया है। जो प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से कहीं न कहीं विदेश निवेश को ही बढ़ावे के संकेत है। सरकार को राजस्थान के औद्योगिक घरानों को प्रोत्साहित करना चाहिए था। जयपुर हैंडलूम व्यवसायी संघ के अध्यक्ष हरीश मलहोत्रा ने बताया कि बजट में आम आदमी के हितों की अनदेखी की गई है। बजट पूर्ण रूप से निराशाजनक है और महंगाई को बढ़ावा देने वाला है। इससे आम आदमी को कतई राहत नहीं मिलेगी। गरीब और अमीर के मध्य का अंतर और बढ़ जाएगा। सोसायटी फोर सोशल एम्पावरमेंट के प्रदेश संयोजक बुद्धिराम मान का कहना है कि वर्ष 2012 का बजट आम आदमी की आशाओं के अनुकूल नहीं है। आम जनता पहले ही महंगाई की त्रासदी झेल रही थी। सरकार ने बजट में जनता को कोई राहत नहीं दी है। यह बजट कमरतोड़ महंगाई बढ़ाने वाला है। सरकार ने अपनी जिम्मेदारियों से पल्ला झाड़ जनता को अगले एक साल तक महंगाई से मुकाबला करने के लिए बिना कोई राहत दिए अकेला छोड़ दिया है।

Tuesday 13 March 2012

पत्‍नी को भी क्रिकेट किट नहीं छूने देते थे राहुल द्रविड़

राहुल द्रविड़ ने एक बार गुस्‍से में आकर कुर्सी उठाकर फेंक दी थी। भारतीय क्रिकेट के मिस्टर कूल ने टीम की शर्मनाक हार के बाद ऐसा किया था। क्रिकेट को अलविदा कहने वाले द्रविड़ की पत्नी विजेता ने इसका खुलासा किया है।

विजेता ने द्रविड़ के जीवन के ऐसे ही कुछ अनछुए पहलुओं को एक लेख में उजागर किया है। विजेता ने कहा कि इतने साल में द्रविड़ ने कभी आपा नहीं खोया लेकिन एक बार वह खुद पर नियंत्रण नहीं रख सके। विजेता ने कहा, ‘मुझे याद है कि एक बार वह टेस्ट से लौटे और कहा कि मुझे आज बहुत गुस्सा आया। उन्होंने कुछ और नहीं कहा। कई महीनों बाद वीरू ने मुझे बताया कि मुंबई में इंग्लैंड से हारने के बाद उन्होंने कुर्सी उठाकर फेंक दी थी।’

विजेता ने कहा कि राहुल को 2007-08 तक खेलने की उम्मीद थी, लेकिन उनके समर्पण, जुनून और फिटनेस रूटीन की वजह से वह 2012 तक खेल सके।द्रविड़ रात या दिन की परवाह किए बगैर शैडो प्रैक्टिस में मशगूल रहते थे। विजेता लिखती हैं, 'यह मेरे लिए अजीब था, एक बार तो रात को मुझे ऐसा लगा जैसे राहुल नींद में चल रहे हों, लेकिन वो प्रैक्टिस कर रहे थे।'


विजेता ने बताया है कि हर दौरे पर जाने के लिए राहुल का सारा सामान वह खुद पैक करती थीं, लेकिन वह उन्‍हें क्रिकेट किट पैक नहीं करने देते थे। क्रिकेट किट राहुल को काफी अजीज थी और उसे वह खुद ही पैक करते थे। उन्हें कपड़ों, ब्रांडेड घड़ियों, कारों या गैजेट्स की कोई चिंता नहीं थी। यहां तक कि राहुल बीस साल तक एक ही ड्राई क्रीम लगाते रहे। लेकिन क्रिकेट किट से कोई समझौता उन्‍हें मंजूर नहीं था। उनके बल्ले का वजन एक ग्राम भी कम हो जाए तो उन्‍हें तुरंत महसूस होता था।

राहुल मैच से पहले जम कर पसीना बहाते थे, लेकिन मैच के दिन राहुल को शांति चाहिए होती थी। उन्हें जल्दबाजी में टीम बस में जाना या क्रीज पर जाना पसंद नहीं था। अपनी आंतरिक स्थिरता बरकरार रखने के लिए राहुल को एकांत में दस मिनट चाहिए होते थे।

Thursday 9 February 2012

क्या...... इस साल तबाह होगी दुनिया!

पिछले कुछ समय से दुनिया खत्म होने के दिन और तबाही के अलग-अलग कारणों को लेकर अनेक दावे और अनुमान सामने आते रहे हैं। इसी कड़ी में दुनिया की पुरानी सभ्यताओं में एक माया सभ्यता की कालगणना के मुताबिक  साल 2012 भी दुनिया के विनाश की आखिरी घड़ी है। दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में कुदरती घटनाओं से होने वाली तबाही ऐसी बातों को और बल देती है कि क्या वाकई इस साल दुनिया का विनाश हो जाएगा?
दरअसल, ये बातें मन में दहशत, अनिश्चितता, अविश्वास और संदेह ज्यादा पैदा करती है। जबकि इन दावों का पुख्ता आधार नहीं है। इसलिए इस वर्ष या निकट भविष्य में दुनिया की तबाही का कोई दिन निश्चित नहीं कहा जा सकता।

इस संबंध में हिन्दू धर्मग्रंथ श्रीमद्भागवद् में लिखी प्रलय के दौरान होने वाली घटनाएं व हालात भी इन दावों को कमजोर साबित करते है। आप स्वयं भी श्रीमद्भागवत महापुराण में प्रलय से जुड़ी बातों का सार पढ़ अंदाजा लगा सकते हैं कि विनाश के दावों में कितना सच है?

प्रलय का वक्त आने पर सौ साल तक बारिश नहीं होती। अन्न और पानी न होने से अकाल पड़ जाता है। सूर्य की भीषण गर्मी समुद्र, प्राणियों और पृथ्वी का रस सोख लेती है। इसे ही प्रतीक रूप में संकषर्ण भगवान के मुंह से निकलने वाली आग की लपटें बताया गया है। हवा के कारण यह आकाश से लेकर पाताल तक फैलती हैं। 

इस प्रचण्ड ताप और गर्मी से पृथ्वी सहित पूरा ब्रह्माण्ड ही दहकने लगता है। इसके बाद गर्म हवा अनेक सालों तक चलती है। पूरे आसमान में धुंआ और धूल छा जाते हैं। जिसके बाद बने बादल आकाश में मण्डराते हुए फट पड़ते हैं। कई सालों तक भारी बारिश होती है।

इससे ब्रह्माण्ड में समाया सारा संसार जल में डूब जाता है। इस तरह पृथ्वी के गुण, गंध जल में मिल जाते हैं और पृथ्वी तबाह हो जाती है और अंत में जल में ही मिलकर जल रूप हो जाती है।

इस तरह जल, पृथ्वी सहित पंचभूत तत्व जो इस जगत का कारण माने गए हैं एक-दूसरे में समा जाते हैं और मात्र प्रकृति ही शेष रह जाती है।

रोमांटिक फिल्मों से महकेगा फरवरी

फरवरी माह वैलेंटाइन मंथ कहलाता है। इस बात को ध्यान में रखते हुए फरवरी में चार रोमांटिक फिल्में रिलीज की जाएंगी। पहली है करन जौहर की एक मैं और एक तू जिसमें करीना कपूर और इमरान खान रोमांस करेंगे।
 
फिल्म की पूरी शूटिंग लास वेगास में हुई है। फिल्म का इंतजार सभी को है क्योंकि यह जोड़ी नई है और करीना ने इस तरह का किरदार काफी समय से नहीं किया है। इसके बाद आएगी जेनेलिया और रितेश देशमुख अभिनीत ष्तेरे नाल लव हो गयाष्। यह फिल्म 24 फरवरी को रिलीज होगी। इसे लेकर भी काफी चर्चा है क्योंकि इन दोनों ने अपने काफी पुराने रिश्ते पर मुहर इसी फिल्म के दौरान लगाई थी। फरवरी में ये जोड़ी शादी भी कर रही है।

खबरें हैं कि बॉक्स ऑफिस पर इस फिल्म को बिपाशा की फिल्म ष्जोड़ी ब्रेकर्सष् टक्कर देगी। इसमें बिप्स के अपोजिट आर माधवन हैं। यह कॉम्बिनेशन भी फ्रेश है और बिपाशा भी इस तरह की फिल्म पहली बार कर रही हैं। वे कहती हैं ष्यह बहुत क्यूट स्टोरी है। मैं ऐसी और फिल्में करना चाहती हूं।ष् एक्टर प्रतीक बब्बर और उनकी र्यूमर्ड गर्लफ्रेंड एमी जैक्सन की फिल्म ष्एक दीवाना थाष् भी 17 फरवरी को मैदान में उतरेगी। प्रतीक और एमी के रीयल लाइफ रोमांस ने इसे भी काफी पब्लिसिटी दे दी है।

फिल्ममेकर्स लगातार अपनी चतुराई के साक्ष्य दे रहे हैं। दिसंबर में कई फिल्में ऐसी आईं जिनकी ऑडिएंस बच्चे भी थे। इस माह में स्कूलों की छुट्टियां होती हैं। साथ ही त्योहार का वक्त भी था। गर्मी की छुट्टियों में भी इस श्रेणी की फिल्में रिलीज की जाती हैं।

ट्रेड एनालिस्ट अमोद मेहरा कहते हैं ष्यह बात फिल्मकारों की दूरगामी सोच को दर्शाती है। फिल्म की स्क्रिप्ट देखते ही उसकी रिलीज डेट का रफ खाका तो बन ही जाता है। वैसे निर्माता एडवांस में रिलीज डेट की बुकिंग करवाते हैं लेकिन करन की ष्एक मैं और एक तूष् को छोड़कर सभी छोटे बजट की फिल्में हैं। इसलिए यह इत्तेफाक भी हो सकता है।ष्

Friday 3 February 2012

आचार्य शान्तिसागर जी के डाक टिकिट को मंजूरी

बीसवीं सदी के प्रथम दिगम्बर जैनाचार्य परम पूज्य चारित्र चक्रवर्ती आचार्य श्री शान्तिसागरजी महाराज पर डाक टिकिट को मंजूरी दी गई है। 

जैन समाज के लिए यह अत्यन्त ही गौरव और फक्र की बात है कि केन्द्र सरकार के डाक महकमें ने आचार्य श्री पर डाक टिकिट को मंजूरी दी है। इसी तरह मुम्बई के एक दिगम्बर जैन मन्दिर पर भी डाट टिकिट को मंजूरी मिली है।
इससे पहले भी अनेक जैन डाक टिकिटों को मंजूरी मिली है जिनमें पावापुरी का जैन मन्दिर तथा भगवान बाहुबली का डाक टिकिट प्रमुख है।

Friday 20 January 2012

मल्लिका और धनुष सर्वाधिक हॉट शाकाहारी सेलिब्रिटी

बॉलीवुड अभिनेत्री मल्लिका सहरावत और कोलावरी डी से प्रसिद्ध हुए अभिनेता धनुष को पीपुल फॉर एथिकल ट्रीटमेंट ऑफएनिमल्स द्वारा कराए गए सर्वेक्षण में साल 2011 का सर्वाधिक हॉट शाकाहारी सेलिब्रिटी चुना गया है। उन्होंने बॉलीवुड सुपरस्टार अमिताभ बच्चन और हेमा मालिनी समेत अन्य हस्तियों को पीछे छोड़कर यह खिताब हासिल किया है।
पशु अधिकार समूह ने कहा, साल 2011 का सर्वाधिक हॉट शाकाहारी सेलिब्रिटी को चुनने में पेटा इंडिया की मदद करने के लिए हजारों लोगों ने अपना मत डाला और धनुष तथा मल्लिका सहरावत को विजेता घोषित किया गया है।
राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता धनुष और मल्लिका ने इस दौड़ में पहले आगे चल रहे विवेक ओबराय और विद्या बालन को पीछे छोड़ दिया और उसके बाद उन्हें अमिताभ बच्चन, हेमा मालिनी, सोनू सूद, शाहिद कपूर और करीना कपूर जैसी हस्तियों से प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ा।

Sunday 15 January 2012

 रूश्दी की यात्रा को लेकर राजस्थान की राजनीति में बवाल

 देवबंद एवं भाजपा के बाद विवादास्पद लेखक सलमान रूश्दी का विरोध जयपुर तक आ पहुंचा। रूश्दी की यात्रा को लेकर राजस्थान की राजनीति में बवाल मच गया है। भाजपा सहित विभिन्न संगठनों ने राज्यभर में आंदोलन चलाने की तैयारी कर ली है।
भाजपा एवं मुस्लिम संगठन जहां रूश्दी की यात्रा का विरोध कर रहे है, वहीं कांग्रेस इस मामले को लेकर मुश्किल में फंस गई है। ना तो कांग्रेस संगठन का कोई पदाधिकारी इस बारे में बोलने को तैयार है, ना ही राज्य सरकार का कोई मंत्री बोलना चाहता है। जयपुर में भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा सहित कई मुस्लिम संगठनों ने रूश्दी का वीजा खत्म करने की मांग की। कइयों ने रूश्दी के जयपुर आने पर उग्र प्रदर्शन की चेतावनी दी है। वहीं कांग्रेस भी इस मामले में फंसती नजर आ रही है। कांग्रेस रूश्दी को अनुमति देने की बात केंद्र सरकार पर डाल रही है। उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के चलते वह मुसलमानों की नाराजगी नहीं झेलना चाहती। भाजपा ने भी रूश्दी को वीजा दिए जाने की घोर निंदा करते हुए सरकार से जवाब मांगा कि बांग्लादेशी लेखिका तस्लीमा नसरीन एवं रुश्दी के मामले में अलग-अलग निर्णय क्यों?
भाजपा उपाध्यक्ष मुख्तार अब्बास नकवी ने नसरीन का हवाला देते हुए कहा कि कलाकारों की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के मामले में केंद्र एक जैसा रवैया रखे। भाजपा का कहना है कि देश में रूश्दी के स्वागत के अनुकूल परिस्थितियां न होने के बावजूद उन्हें वीजा दिया गया। रूश्दी 20 से 24 जनवरी तक जयपुर में होने वाले साहित्य महोत्सव में हिस्सा लेने आने वाले हैं। इससे पहले दारुल उलूम के मोहतमिम [वीसी] मौलाना अबुल कासिम नोमानी ने भारत सरकार से रूश्दी का वीजा तुरंत रद्द नहीं किया जाता तो प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से लेकर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी तक मामला उठाया जाएगा। उन्होंने इस मामले में मुस्लिम नेताओं को एकजुट होने को कहा है। भारतीय मूल के ब्रिटिश लेखक सलमान रूश्दी का पूरा नाम अहमद सलमान रूश्दी को वीजा दिए जाने को लेकर भारत में बवाल पैदा हो गया है। 1988 में आए सलमान रूश्दी के उपन्यास द सैटेनिक वर्सेज [शैतानी आयतें] के कारण रूश्दी विवादों में रह चुके हैं। इस उपन्यास के कारण उन्हें दुनियाभर में विरोध का सामना करना पड़ा है। उपन्यास पर भारत समेत 13 देशों में प्रतिबंध लगा, जो आज भी जारी है। इधर भारत दौरे पर विवाद के बीच विवादास्पद लेखक सलमान रूश्दी ने अपने ट्विट में साफ कर दिया है कि भारत जाने के लिए उन्हें वीजा की जरूरत नहीं है। रूश्दी के पास ब्रिटिश पासपोर्ट है। अपनी किताबों में मुस्लिमों के खिलाफ लिख विवाद में आए रूश्दी का भारत में घोर विरोध हुआ है। जयपुर साहित्य महोत्सव के आयोजक संजय के रॉय का कहना है कि महोत्सव पूरी तरह साहित्यिक है एवं देश में अभिव्यक्ति की आजादी व लोकतांत्रिक परंपराओं के अनुरूप है। 

Friday 13 January 2012

मंत्री और कलेक्टर आमने-सामने
अजमेर में किस का निजाम चलेगा और खास तौर पर शिक्षा विभाग में। ये सवाल है जो इन दिनों अजमेर के हर वाशिन्दे और खास तौर पर शिक्षा विभाग के उन कर्मचारियों की जुबान पर है। सभी इस बात को मानते हैं कि लगातार गिर रहे पारे ने लोगों का घर से बाहर निकलना मुहाल कर दिया है और ऐसी स्थिति में उन मासूम बच्चों का हास समझा जा सकता है, जिन्हें सवेरे तैयार होकर स्कूल की राह पकडऩी पड़ती है।
सभी इस बात को मानते है कि इस भरी सर्दी में बच्चों का स्कूल जाना मुमकीन नहीं। यह बात शिक्षा राज्यमंत्री नसीम अख्तर इंसाफ को भी अभिभावकों और शिक्षा संगठनों ने कही।
लोगों को आशा थी कि बच्चों को मंत्री की पहल पर राहत जरुर मिलेगी। इंसाफ को भी इस बात का गुमान था कि उनकी बात को टालना जिला कलेक्टर के लिए आसान नहीं होगा। शायद यही वजह रही कि इंसाफ ने जिला कलेक्टर को पत्र लिखकर अजमेर शहर में प्राथमिक स्कूलों की छुट्टी कर दिये जाने की अनुशंषा कर दी, यह बात अलग रही कि जिला कलेक्टर ने मंत्री की अनुशंषा को टके का भाव नहीं दिया।
जिला कलेक्टर ने स्पष्ट कहा कि बच्चों को राहत देने के लिए पूर्व में ही स्कूल के समय में परिवर्तन कर दिया है, ऐसे में छुट्टी का कोई औचित्य न•ार नहीं आता।
बड़ी बात यह है कि नसीम अख्तर की बात को पुख्ता करने के लिए जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक मंजू दाधीच ने भी छुट्टी के सम्बन्ध में एक अनुशंषा पत्र जिला कलेक्टर को भिजवा दिया। किसी को इस बात का अंदाजा नहीं था कि जिला कलेक्टर इस तरह से मंत्री के आदेशों को रद्दी की टोकरी दिखा देंगी। सर्दी का प्रकोप लगातार बढ़ता ही जा रहा है। अभिभावक अपने बच्चों की सेहत को लेकर चिन्ताग्रस्त हैं।
जाहिर तौर पर हाथियों की लड़ाई में घास पिस रही है। लोगों को समझ नहीं आ रहा है कि आखिर क्यों ? अहम की इस लड़ाई मनें बच्चों को निशाना बनाया जा रहा है।

Wednesday 11 January 2012

पर्यटक पुलिस का विशेष दल गठित कर तैनाती आवश्यक

सूफी संत ख्वाजा मोईनुद्दीन हसन चिश्ती  की पवित्र दरगाह पूरी दुनिया में नेक नियति, ईलम और सद्भावना की ज्योत जगाती है और यही कारण है कि हर वर्ष लाखों लोग इस मुकद्दस मुकाम पर सर झुकाने खिचें चले आते हैं। इस बात में दो राय नहीं कि अजमेर के वाशिन्दे ख्वाजा के दर पर आने वाले जायरीन को मेहमान मानते हैं, मगर फिर भी इस दर से लौटने वाले खुश होकर नहीं जाते। इसके पीछे की खास वजह है यहां अपनी पैठ बना चुके नशाखोर, भिखारी और जेबकतरे, जिनके लिए हमारे मेहमान महज एक शिकार है। दरगाह थाना पुलिस को हर माह दर्जनों जेबतराशी और बदसलूकी की शिकायतें मिलती है। सूत्रों की बात पर यकीन करें तो सैकड़ों ऐसे जायरीन भी होते हैं जो माल और इज्जत गवाने के बाद शिकायत करने से बेहतर घर चले जाना समझते हैं।
हालात जायरीनों के लिए कितने बदतर है इसे केवल वे ही समझते हैं जो भुगतते हैं। खास बात यह है कि पीडि़तों में आम से लेकर खास तक सब शामिल है। इतना होने के बावजूद राज्य सरकार द्वारा अभी तक कोई ऐसे पुख्ता कदम नहीं उठाए गये जो जायरीन को उसकी सुरक्षा के प्रति निश्चित कर पाये।
शहर का हर बाशिन्दा इस बात से परिचित है कि दरगाह इलाके में नशे का कारोबार जड़े जमा चुका है। यहां नशा ही अपराधों की सबसे बड़ी वजह है। इस बात की शिकायत खादिमों की संस्था अन्जुमन सैयद जादगान सहित अनेक संगठनों ने दरगाह थाना अधिकारी से लेकर गृहमंत्री और मुख्यमंत्री तक से अनेक बार की, मगर राज्य सरकार ने कोई पुख्ता एक्शन प्लॉन बनाने के बजाय हर बार केवल फौरी कार्यवाही कर अपने कर्तव्य से इतिश्री कर ली।

अब शायद सही समय आ गया है जब राज्य सरकार को यहां पर्यटक पुलिस का विशेष दल गठितकर तैनात कर देना चाहिए, जो पर्यटकों के मार्गदर्शन के साथ ही उनकी सुरक्षा को भी पुख्ता कर पाएं। सही सोच और मजबूत इच्छाशक्ति के साथ यदि ऐसा किया गया तो हो सकता है कि हम यहां आने वाले देशी-विदेशी जायरीन के मध्य एक अच्छा संदेश दे पाएं।

Monday 9 January 2012


अद्भुत व भव्य होगा
श्री 1008 आदिनाथ दिगम्बर जिनबिम्ब पंच कल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव
 
नया साल अजमेर में दिगम्बर जैन धर्मावलम्बियों के लिए अद्भुत होगा। क्योंकि 30 जनवरी से 5 फरवरी तक यहां भव्य पंच-कल्याण महोत्सव आयोजित होगा। धर्म प्रभावना होगी-भक्ति होगी।
अपने लिए घर बनाना, दुकान बनान, कोठियां बनवाना या अन्य कार्य जो स्वहित में हो सभी करते आए हैं पर ऐसे विरले कम ही होते हैं जो जनहित समाजहित में भी अपनी छाप छोड़ते हैं। ऐसे ही ख्यातनाम पूनमचन्द लुहाडिय़ा परिवार भी अनेकों में एक है जिनका पहले से ही पुरानी मंडी में एक श्री सीमन्धर जिनालय के नाम से एक विशाल मंदिर है जो वीतराग विज्ञान स्वाध्याय मंदिर ट्रस्ट के अन्तर्गत है इन्हीं लुहाडिय़ा परिवार की ओर से वैशाली नगर में नए भव्य जिन मंदिर जी का निर्माण आसपास के क्षेत्रों में बसे जैन बंधुओं के दर्शनार्थ लाभ की दृष्टि से बनवाया गया है। धन्य है पूनमचन्द लुहाडिय़ा परिवार जो स्व:हित को तज जनहित धर्महित में लीन है। ऐसे भव्य पुरूष को लाख-लाख साधुवाद।
अभी हाल ही में नवनिर्मित श्री आदिनाथ दिगम्बर जैन मंदिर का जिनबिम्ब पंचकल्याणक महोत्सव की आमंत्रण पत्रिका का विमोचन ऋषभायतन अध्यात्मधाम परिसर वैशाली नगर में 21 दिसम्बर को प्रात: जिनेन्द्र प्रक्षाल पूजन एवं शास्त्र प्रवचन पश्चात् हुआ।
 
समारोह में मुख्य अतिथि ओ. पी. जैन आयकर आयुक्त, मित्तल अस्पताल के सी. ओ. एस. के. जैन  और माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के विशेषाधिकारी प्रकाश चन्द जैन विशिष्ट अतिथि व समारोह के अध्यक्ष पद पर प्रमोद सोनी अपनी गरिमा बनाये बैठे थे।
 
पत्रिका का विमोचन किशनगढ़ के भूतपूर्व नगरपालिका अध्यक्ष एवं सामाजिक कार्यकत्र्ता प्रदीप चौधरी ने किया। ज्ञात रहे ये वे ही प्रदीप चौधरी है जिन्होंने अभी साल दो साल पहले किशनगढ़ में वीतराग मंदिर का निर्माण कराया पर अफसोस रहा कि इस भव्य पुण्य की भागेदारी में समाज ने बहिष्कार किया। पर धर्मायतन लोगों के कहां फर्क पडऩे वाला। जिन चौधरी परिवार ने मंदिर का निर्माण कराया वो किशनगढ़ की जनता के लिए ही था पर समाज की फूट उस वक्त खुलकर सामने आई। ये उद्गार अपने भाषण में चौधरी ने अजमेर में कहे व अजमेर की जनता से कहा कि वे इस पुण्य की भागीदारी में अपनी सम्पूर्ण निष्ठा के साथ धर्मलाभ लें व सहयोग करें।

इस पंचकल्याणक महोत्सव में मंदिरजी में मुख्य वेदी में भगवान आदिनाथ की पद्मासन व अन्य दोनों वेदियों में भगवान बाहुबलि व भगवान भरत की 61 इंची खडगासन मूर्तियां विराजित की जायेगी। प्रथम तल पर उत्तंग शिखरों का निर्माण एवं नंदीश्वर जिनालयों की प्रतिकृति स्वरूप 52 लघु शिखरों का निर्माण किया गया है। आदिनाथ भगवान का मानस्तम्भ एवं प्राचीन आचार्यों के चरण एवं जिनवाणी विराजमान करने हेतु 6 लघु वेदियां भी बनाई गई हैं।
ज्ञात रहे श्री ऋषभायतन अध्यात्धाम मंदिर का शिलान्यास समारोह 18 जुलाई 2008 शुक्रवार को किया गया था। भूतल पर श्री कुन्दकुन्द परमागम स्वाध्याय भवन व श्री वीतराग विज्ञान पाठशाला भवन का निर्माण भी किया गया है।

21 दिसम्बर को विमोचन कार्यक्रम में भगवान की मूर्ति प्रदाता भेंटकत्र्ता पूनमचन्द लुहाडिय़ा परिवार, विमलचंद जैन नीरू केमीकल्स दिल्ली एवं जिनेन्द्र कुमार सेठी इन्दौर का स्वागत किया गया। अन्य भगवान की मूर्तियों के प्रदाता छीतरमल, अशोक कुमार, संजय बाकलीवाल परिवार पीसांगन एवं प्रो. उमरावमल, प्रवीण गंगवाल परिवार अजमेर भी इस पुण्य की भागीदारी में शामिल हैं इनका भी स्थानीय समाज द्वारा सम्मान किया गया। इसमें विभिन्न उद्घाटन, ध्वजारोहण कत्र्ता, महोत्सव में भाग लेने वाले इन्द्र इन्द्राणी, राजा-रानी एवं सौभाग्यशाली पात्रों का सम्मान किया गया।
सम्पूर्ण कार्यक्रम विधि विधान सहित प्रतिष्ठाचार्य पं. जतीशचन्द्र शास्त्री दिल्ली एवं सह प्रतिष्ठाचार्य अश्विन शास्त्री ने किया।

समारोह में समाज के स्थानीय धड़ों के पदाधिकारी सहित पुखराज पहाडिय़ा, विनयचंद सोगानी, मनोज कासलीवाल, राजेन्द्र गदिया, प्रकाशचन्द पांड्या, प्रवीण गदिया, माणकचन्द गदिया, त्रिलोकचन्द सोनी, प्रचार संयोजक अकलेश जैन सहित समाज के प्रबुद्ध लोग, पत्रकार, गणमान्य लोग, महिलाएं भारी तादाद में मौजूद थे। समारोह का कुशल संयोजन प्रो. सुशील पाटनी ''शील  ने किया।
अंत में पूनमचन्द लुहाडिय़ा व परिवार ने समाज से विनम्र आग्रह किया कि वे इस पंचकल्याणक महोत्सव में शामिल हो समारोह की शोभा बढ़ायें।